अहमदाबाद, गुजरात : आज के जदीद टेकनोलोजी के दौर में कोई भी अपराधी अपनें किये हुए गुनाह को छिपा नहीं सकता यह बात कई वारदातों से सच साबित हुई है। मुजरिम चाहे जितना भी शातिर हो वो क़ानून से बच नहीं सकता।
अहमदाबाद के वासना इलाक़े के इक खुलें मैदानमें 20 जुलाई को एक अनजाने इंसानका धड़ मिला था जिसे देख कर मालूम हो रहा था कि उसे किसी नौक़ीले हथियार से मार कर जिस्म को काट दिया गया है। इस वारदात की वासना पुलीस जाँच में ही लगी थी कि 22 जुलाई को एलिस ब्रिज इलाक़े के डॉक्टर हाउस के सामने की इक गली से इंसानी जिस्म के दो पैर भी बरामद हुए। पुलीस को प्रारंभिक जाँच से पता लग गया कि दोनो जगहों से मिले मानव शरीर के अवशेष एक ही आदमी के है।
किसी इंसान को मार कर उसके जिस्म के टुकड़े कर फेंक देने के मामलें की गंभीरताको देख अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के एड़ी.सीपी प्रेमवीरसिंघ एवम् डे.सीपी चैतन्य मांडलिक ने इस गुनाह का राज़ फ़ास करने के लिये टीमें बनाई। जिसके बाद क्राइम PI एन.आर.ब्रह्मभट्ट और PI एस.जी.देसाई की अगवाई में उनके स्क्वॉड के PSI वी.एन.भरवाड, PSI के.एम.चावड़ा, टेक्निकल PSI कुलदीप परमार एवम् PSI बिंदेश बैंकर की टीमों ने वारदात की जगहों की मुलाक़ात ली और आसपास के इलाक़ेमें मामले की जाँच शुरू की।
क्राइम ब्रांच ने हत्या के इस मामले की जाँच को टेक्निकल एवम् ह्यूमन इंटेलिजेन्स की मदद से आगे बढ़ाया तो पता चला कि इस घटना को निलेश जोषी नामक शख़्स ने अंजाम दिया होने का शक पैदा हुआ जिसके बाद गोरखपुर से नेपाल भागने की कोशिश में लगे निलेश जोषी को राजस्थान के गंगानगर रेल्वे स्टेशन से पकड़ लिया गया और उसे क्राइम ब्रांच के दफ़्तर लाया गया।

क्राइम ब्रांच ने अपराधी निलेश जोषी को गिरफ़्तार कर पूछताछ शुरू की तब उसने बताया कि वह पिछले 6 साल से अपने 21 साल के बेटे स्वयंम जोषी के साथ अकेले रहता था। इस दौरान उसका बेटा शराब एवम् अन्य नशीले द्रव्यों की लत की वजह से उग्र और झगडालु क़िस्म का हो गया था। पिछले 18 जुलाई के तड़के पाँच बजे काफ़ी नशे की हालत में घर आया और अपने पिता से गाली गलोच कर हाथापाई करने लगा और पैसे माँगने लगा फिर अचानक पिता पर किसी चीज़ से हुमला करने के लिये आगे बढ़ा लेकिन पिता ने उसे लात मार पलंग पर फेंक दिया और पत्थर की खंडनी से स्वयंम पर 6-7 बार वार किया जिससे उसकी मौत हो गई और फिर इलेक्ट्रिक ग्राइंडर से उसके जिस्म के टुकड़ें कर बड़ी प्लास्टिक बेग में डाल कर शहर में अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया था।
क्राइम ब्रांच ने निलेश जोषी को अपनें एक लौते बेटे स्वयंम की हत्या करने के जूर्म में IPC की धारा 41(1)B-A के तहत मामला दर्ज कर उसे वासना पुलीस थानेको सौंप दिया है।